समर कैम्प -क्यों और कैसे ?

अपने देश में जमीन से जुड़े अधिकांश बच्चे ऐसे हैं जिसे बाहर किसी दर्शनीय स्थल आदि जगहों पर घूमने का मौका मिलता हो ऐसा देखने को बहुत कम मिलता है | बच्चे ग्रीष्मावकाश में कहीं नाते रिश्तेदारी में घूमने जाते हैं या अपने-अपने घरों में समय बिता रहे होते हैं | यानी सभी बच्चे अपने-अपने ढंग से समय ब्यातित कर रहे होते हैं | ऐसे में बच्चे कुछ समय अर्थपूर्ण ढंग से अपना समय अपने शिक्षकों/परिचितों/दोस्तों के साथ बिता पायें | सहज वातावरण में आनन्द ले पायें  | इस दौरान कुछ नया सीख पायें |  इन सब विचारों के साथ  पांच से सात दिनों तक समर कैम्प के आयोजन की बात सोच सकते हैं | ऐसे में यह बात महत्वपूर्ण हो जाती है कि बच्चों को सीखने के लिए किस तरह के मौके दिए जाएँ ? सीखने की ऐसी प्रक्रियाओं की चयन करना जिसमें कि कई सीखने के प्रतिफलों को भी सीखने में मदद करती हो जैसे कि अपनी बात अपने तरीके से रखना और दूसरों की बातों को ध्यान से सुनना | अपने अनुभव संसार और कल्पना संसार को बेझिझक सहज ढंग से अभिव्यक्त करना | रोल प्ले व चित्रों को अपनी अभिव्यक्ति का माध्यम बनाना | अपनी कल्पना के आधार पर कहानी कविता बनाना व सुनाना | इस पर बातचीत करना आदि | इन सब प्रक्रियाओं से बच्चों के अनुभवों में विस्तार होने की गुंजाईश बढ़ती है | हमारा यह प्रयास रहेगा कि किसी भी प्रक्रिया में बच्चा ख़ुशी-ख़ुशी शामिल रहे |

कैम्प से जुड़े कुछ मुख्य बातें  

·       बच्चों को ऐसे अवसर प्रदान करना जो विविध अभिव्यक्ति विकास में सहायक हो

·       अपने विचार प्रकट करने, अन्वेषण करने व अनुभवों को साझा करने के भरपूर मौके हों

·       सामाजिक-भावनात्मक जुड़ाव  महसूस करें

·       बच्चे समर कैम्प का आनंद ले और नयी चीजों को सीखने में रूचि लें  

समर कैम्प का उद्देश्य

·       औपचारिक रूटीन शिक्षण के अलावा अन्दर छुपी प्रतिभा को निखारने के मौके देना

·       शिक्षक साथियों के साथ जुड़कर कुछ कार्योजना पर बातचीत एवं इसका इस्तेमाल करके देखना

·       आर्ट इंटिग्रेटेड गतिविधियों के ज़रिये आयोजकों/शिक्षकों/बच्चों को कुछ नयेपन का एहसास करवाने का प्रयास करना 

 

कौशल विकास के कुछ बिन्दुओं के अनुरूप गतिविधियों को आयोजित किया जा सकता है

*   ड्राईंग/पेंटिंग

*   जुम्बा 

ककहानी सुनाना

*   कहानी बनाना

*   कहानी के आधार पर रोल प्ले

*   कविता पढ़ना

*   कविता बनाना

*   गणितीय पल्ज़ल्स का इस्तेमाल

*   टैलेंट शो (नृत्य,गीत ,गायन )

*   आउट डोर गेम

*   मूवी/डाक्यूमेंट्री

*    फिल्ड भ्रमण व बातचीत

*   फ़ोटोग्राफ़ी

*   पेपर वर्क /आरोगेमी  

*   थियेटर से जुड़ी गतिविधियाँ

*   जागिंग/ योगासन/प्राणायाम (जरुरत के अनुरूप)

कुछ गतिविधियाँ शुरुआत में नियमित रूप से आयोजित की जा सकती है जैसे कि कोई खेल,कहानी या गीत गायन या मार्निंग असेम्बली के कुछ हिस्सों को कर के देखना इसको जरुरत के अनुरूप अन्य गतिविधियों को शामिल करना हो सकता है


 प्लान का लान कैसा हो ?

साथियों हम लोग कोई भी काम की शुरुआत करते हैं तो उसकी प्लानिंग के बारे सोचते हैं | और सोचना भी चाहिए | इससे हमारा काम प्रभावी और सुचारू रूप से आगे बढ़ता है | मैं बात कर रहा हूँ बच्चों के साथ काम करने के बारे में आज कल गर्मियों का मौसम चल रहा है | बहुत से उत्साही लोग बच्चों के साथ समर कैम्प के बारे में सोच रहे हैं या प्लानिंग कर रहे हैं या कर चुके हैं | 

इस दौरान हमारा पूरा का पूरा जोर सिखाने पर होता है | एक शेड्यूल बनायेंगे | कितने बजे क्या करना है ? कैसे करने हैं ? कौन करेगा ?आदि | इस पर ध्यान बहुत कम जाता है कि क्यों करना है ? और कैसे करना है ? क्या होगा करके ? हम नयी चीज क्या परोसगें बच्चों को ? यदि हम वहीँ कक्षा शिक्षण वाला काम करावा रहे हैं तो फिर इस समर कैम्प को भी ऐसे हीं देखना चाहिए |

इन छुट्टियों में बच्चों को चाहिए कुछ नया चीज जो कि सीखने में मजा आये कुछ नया चीज का अनुभव करने के मौके हों जैसे कि पेंटिंग सीखना या जुम्बा सीखना यह सब बच्चों के उम्र ,रूचि के अनुरूप और सिखाने वाले के क्षमता के अनुरूप हो तो बेहतर काम हो पाता है | बच्चों को करने व बोलने, बताने को पूरा पूरा मौका हो | तो करिए इस बार समर कैम्प और बताईयेगा कैसा रहा ?


टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

पुस्तक समीक्षा -सब मजेदारी है ! कथा नीलगढ़